पश्चिमी चंपारण जिला अंतर्गत नरकटियागंज प्रखण्ड का एक मात्र कस्तूरबा आवासीय विद्यालय की बच्चियां प्रशासनिक उपेक्षा की शिकार हो रही हैं ,प्रायः दिन दुर्घटना ग्रस्त होकर उन्हें स्कूल जाना पड़ रहा है ।
बेतिया पश्चिम चंपारण बिहार
नरकटियागंज प्रखण्ड का कस्तूरबा विद्यालय ग्राम पंचायत राज भसुरारी के भसुरारी गाँव में अवस्थित है जहां लगभग 100 बच्चियां जो कि अनुसूचित जाति एवं पिछड़ी जाति से ताल्लुक रखती हैं आवासीय परिसर में शिक्षा ग्रहण करती हैं ।जिन्हें प्रत्येक दिन लगभग 1 किलो मीटर दूर भसुरारी स्थित मिडिल स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाना पड़ता है । इन दिनों कुछ दबंगो के द्वारा उस रास्ते में पड़ने वाले नाले का अतिक्रमण कर लिया गया है जिसके कारण मुख्य सड़क पर लगभग 2 फिट पानी का जमाव बना रहता है ।जब बच्चियां जब स्कूल जाती हैं तो उन्हें उसी गंदे पानी के जलजमाव से गुजरना पड़ता है फलस्वरूप आये दिन छात्राएं चोटिल होती रहती हैं , इस बाबत कई सामाजिक कार्यकर्तावोन ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से इज़के निदान की बात की लेकिन किसी के कान के नीचे ज्यूँ तक नहीं रेंगा ।मजबूरन बरसात के दिनों में अस्वस्थता के कारण कई बच्चियां शिक्षा से वंचित रह जाती हैं ।
बेतिया पश्चिम चंपारण बिहार
नरकटियागंज प्रखण्ड का कस्तूरबा विद्यालय ग्राम पंचायत राज भसुरारी के भसुरारी गाँव में अवस्थित है जहां लगभग 100 बच्चियां जो कि अनुसूचित जाति एवं पिछड़ी जाति से ताल्लुक रखती हैं आवासीय परिसर में शिक्षा ग्रहण करती हैं ।जिन्हें प्रत्येक दिन लगभग 1 किलो मीटर दूर भसुरारी स्थित मिडिल स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाना पड़ता है । इन दिनों कुछ दबंगो के द्वारा उस रास्ते में पड़ने वाले नाले का अतिक्रमण कर लिया गया है जिसके कारण मुख्य सड़क पर लगभग 2 फिट पानी का जमाव बना रहता है ।जब बच्चियां जब स्कूल जाती हैं तो उन्हें उसी गंदे पानी के जलजमाव से गुजरना पड़ता है फलस्वरूप आये दिन छात्राएं चोटिल होती रहती हैं , इस बाबत कई सामाजिक कार्यकर्तावोन ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से इज़के निदान की बात की लेकिन किसी के कान के नीचे ज्यूँ तक नहीं रेंगा ।मजबूरन बरसात के दिनों में अस्वस्थता के कारण कई बच्चियां शिक्षा से वंचित रह जाती हैं ।
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