जोड़ा शिवालय मंदिर के प्रांगण में बेटी बचाओ स्लोगन का प्रतियोगिता आयोजित किया गया
बेतिया बिहार
नगर के लाल बाजार स्थित जोड़ा शिवालय माता के मंदिर में रविवार शाम अष्टमी,नवमी को अखिल भारतीय महिला मारवाड़ी सम्मेलन तथा बेतिया के सामाजिक महिलाओं द्वारा बेटी बचाओ प्रतियोगिता आयोजन किया गया इस आयोजन में लगभग बीस कन्याओं ने स्लोगन प्रतियोगिता में शामिल हुई। कन्याओं पर हो रहे शोषण के सुरक्षा को लेकर कर प्रतिभगियों मे शामिल सभी कन्याओं अपने अपने विचारों को लिखा और समाज के सामने रूबरू किया कि अपनी सोच को बदलो, बेटियों को नहीं, धरोहर है यह विश्व की किसी की बोझ नहीं, दुनिया में तुम आओगे कैसे, मारोगे तो हमको ऐसे, बेटी से निर्माण है तुम्हारा, खत्म हो जाएगा कल तुम्हारा। कहते हैं ईश्वर की करिश्मा है बेटिया, मगर फिर भी नहीं चाहिए बेटियां, यूं तो लोग कहते हैं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर वक्त आने पर इसी के लिए तरसती है दुनिया। इस प्रकार के स्लोगन से सभी दर्शक मंत्रमुग्ध और उत्साहित थे। मुख्य अतिथि नगर परिषद सभापति गरिमा शिकारिया ने सभी कन्याओं मनोबल बढ़ाया तथा कन्याओं को पुरस्कृत भी कि। मारवाड़ी महिला सम्मेलन इनरव्हील क्लब के पूनम झुनझुनवाला, मीना चौधरी, मंजू काया, सरिता कनोडिया, कविता वर्णवाल, आशा काया, रानी झुनझुनवाला, मधु सर्राफ, निर्मला सिंघानिया, सुमन सिकारिया,पूजा सिकारिया सहित दर्जनों महिला समाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थी। अंत में सृष्टि के सृजन है बेटियां परिवार की उद्गम है बेटिया सरस्वती की पहचान है बेटिया दुर्गा सहस्त्रनाम है बेटिया।
बेतिया बिहार
नगर के लाल बाजार स्थित जोड़ा शिवालय माता के मंदिर में रविवार शाम अष्टमी,नवमी को अखिल भारतीय महिला मारवाड़ी सम्मेलन तथा बेतिया के सामाजिक महिलाओं द्वारा बेटी बचाओ प्रतियोगिता आयोजन किया गया इस आयोजन में लगभग बीस कन्याओं ने स्लोगन प्रतियोगिता में शामिल हुई। कन्याओं पर हो रहे शोषण के सुरक्षा को लेकर कर प्रतिभगियों मे शामिल सभी कन्याओं अपने अपने विचारों को लिखा और समाज के सामने रूबरू किया कि अपनी सोच को बदलो, बेटियों को नहीं, धरोहर है यह विश्व की किसी की बोझ नहीं, दुनिया में तुम आओगे कैसे, मारोगे तो हमको ऐसे, बेटी से निर्माण है तुम्हारा, खत्म हो जाएगा कल तुम्हारा। कहते हैं ईश्वर की करिश्मा है बेटिया, मगर फिर भी नहीं चाहिए बेटियां, यूं तो लोग कहते हैं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर वक्त आने पर इसी के लिए तरसती है दुनिया। इस प्रकार के स्लोगन से सभी दर्शक मंत्रमुग्ध और उत्साहित थे। मुख्य अतिथि नगर परिषद सभापति गरिमा शिकारिया ने सभी कन्याओं मनोबल बढ़ाया तथा कन्याओं को पुरस्कृत भी कि। मारवाड़ी महिला सम्मेलन इनरव्हील क्लब के पूनम झुनझुनवाला, मीना चौधरी, मंजू काया, सरिता कनोडिया, कविता वर्णवाल, आशा काया, रानी झुनझुनवाला, मधु सर्राफ, निर्मला सिंघानिया, सुमन सिकारिया,पूजा सिकारिया सहित दर्जनों महिला समाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थी। अंत में सृष्टि के सृजन है बेटियां परिवार की उद्गम है बेटिया सरस्वती की पहचान है बेटिया दुर्गा सहस्त्रनाम है बेटिया।
Comments
Post a Comment