गैस डिस्ट्रीब्यूटर के तानाशाह रवैया से उपभोक्ताओं में आक्रोश।
अश्वनी सिंह/ ब्यूरो चीफ
योगापट्टी / एक तरफ देश के प्रधानमंत्री महिलाओं के सम्मान के लिए उज्जवला जैसी महत्वाकांक्षी योजना चला कर घर -घर कनेक्शन दे रही है ताकि महिलाओं को धुंआ से होने वाली बीमारियों से निजात मिल सके। वही दूसरी तरफ पश्चिम चम्पारण के योगापट्टी प्रखंड स्थित सिद्धार्थ भारत गैस नवलपुर के डिस्ट्रीब्यूटर द्वारा लापरवाही और तानाशाही रवैया के चलते पिछले दो माह से उपभोक्ताओं को गैस के लिये कई-कई चक्कर लगाने पड़ते है। उपभोक्ताओं की मानें तो एजेंसी द्वारा जो कांटेक्ट नम्बर मुहैया कराया गया है उसे कोई रिसीव ही नही करता ,अगर कर भी लिया तो हैलो-हैलो बोल कर डिस्कनेक्ट कर दिया जाता है ।इस वजह से कार्यालय से कोई ठोस जानकारी नही मिल पाती नतीजतन पांच से छः किलोमीटर का अनावश्यक चक्कर लगाना पड़ जाता है।उपभोक्ताओं ने बताया कि गैस के लिये पहले इतनी किल्लत नही झेलनी पड़ती थी जब से इस एजेंसी में दलालों की पैठ हो गयी है गैस के कालाबाजारी का धंधा खूब फल-फूल रहा है ।वही इस एजेंसी के मैनेजर बबलू प्रसाद ने बताया कि यहां उपभोक्ताओं की संख्या पंद्रह हजार के करीब है साथ ही बरसात के मौसम में करीब -करीब सारे उपभोक्ताओं को गैस की जरूरत पड़ रही है।नतीजतन ग्राहकों के मांग के अनुकूल मुझे सप्लाई नही मिल पाती है साथ ही बरसात के वजह से रास्ते भी खराब हो गए है जिसके वजह से ग्राहकों को कठिनाईयां हो रही है।
अश्वनी सिंह/ ब्यूरो चीफ
योगापट्टी / एक तरफ देश के प्रधानमंत्री महिलाओं के सम्मान के लिए उज्जवला जैसी महत्वाकांक्षी योजना चला कर घर -घर कनेक्शन दे रही है ताकि महिलाओं को धुंआ से होने वाली बीमारियों से निजात मिल सके। वही दूसरी तरफ पश्चिम चम्पारण के योगापट्टी प्रखंड स्थित सिद्धार्थ भारत गैस नवलपुर के डिस्ट्रीब्यूटर द्वारा लापरवाही और तानाशाही रवैया के चलते पिछले दो माह से उपभोक्ताओं को गैस के लिये कई-कई चक्कर लगाने पड़ते है। उपभोक्ताओं की मानें तो एजेंसी द्वारा जो कांटेक्ट नम्बर मुहैया कराया गया है उसे कोई रिसीव ही नही करता ,अगर कर भी लिया तो हैलो-हैलो बोल कर डिस्कनेक्ट कर दिया जाता है ।इस वजह से कार्यालय से कोई ठोस जानकारी नही मिल पाती नतीजतन पांच से छः किलोमीटर का अनावश्यक चक्कर लगाना पड़ जाता है।उपभोक्ताओं ने बताया कि गैस के लिये पहले इतनी किल्लत नही झेलनी पड़ती थी जब से इस एजेंसी में दलालों की पैठ हो गयी है गैस के कालाबाजारी का धंधा खूब फल-फूल रहा है ।वही इस एजेंसी के मैनेजर बबलू प्रसाद ने बताया कि यहां उपभोक्ताओं की संख्या पंद्रह हजार के करीब है साथ ही बरसात के मौसम में करीब -करीब सारे उपभोक्ताओं को गैस की जरूरत पड़ रही है।नतीजतन ग्राहकों के मांग के अनुकूल मुझे सप्लाई नही मिल पाती है साथ ही बरसात के वजह से रास्ते भी खराब हो गए है जिसके वजह से ग्राहकों को कठिनाईयां हो रही है।
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